हाँ , गुलामी मैंने नहीं देखी , वे स्वर मेरे कानों पर नहीं पड़े , जो देश की स्वतंत्रता के सपने दिखाते थे , वो लाठियाँ मैंने नहीं खाई , जो हर उस पीठ पर पड़ी जो तनकर तिरंगा […]
Aaj Ki Nari
‘आज की नारी….सब पर भारी’ Indiblogger के दिल्ली में आयोजित एक bloggers मीट के दौरान किसी ने खूब चुटकी लेकर कहा था और वह मौजूद सभी अपनी सहमति देकर खिलखिलाकर हँस पड़े थे. जब प्रसून जोशी द्वारा लिखित किताब ‘धूप […]
Basi Diwali
दिवाली के अगले दिन हाथ में थैला लिए निकलते बच्चे कमीज़ छोटी, पतलून फ़टी, चेहरे सच्चे उन्हें देखकर एक बात दिल में खल जाती है दिवाली कुछ लोगों को बिना छुए ही क्यों निकल जाती है फूटे हुए पटाखों के […]
चलो ज़िन्दगी मनाएं
चलो ज़िन्दगी मनाएं उतार फेंको बड़प्पन का नक़ाब समझदारी और सोफिस्टिकेशन को जीभ चिढ़ाओ आज किसी बच्चे की नज़र से ज़िन्दगी को देखो बड़ी खूबसूरत नज़र आएगी जनाब! ये नकाब पहनकर हासिल ही क्या हुआ है हर अपना हमसे रूठ […]