Chaata

पढ़िए श्री विवेक भावसार द्वारा भेजी  ‘आपकी चिट्ठी ‘…  प्यारे छाते, आज सुबह से लगातार रिमझिम बारिश हो रही थी और मुझे जाना था नजदीक ही किसी काम से । तब मुझे तुम्हारी याद आई। तुम्हे ढूंढता रहा यहाँ – […]

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Bachpan Ki Barish

[AdSense-A]     [AdSense-A] प्यारी बचपन की बारिश, खिड़की के बाहर रिमझिम बारिश…हाथ में कॉफ़ी का प्याला…सामने प्लेट से उठती गरमागरम भजियों की खुशबू…रेडियो पर चलता ‘इक लड़की भीगी भागी सी’ गाना…बारिश का मौसम कितना ऑसम होता है ना! उठकर […]

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