प्यारी स्लेट पट्टी, दराज़ में कुछ ढूंढते-ढूंढते अचानक तुम हाथ में आ गईं…बचपन की कितनी यादें आँखों में छा गईं. माँ ने अपने कोमल हाथों से मेरा हाथ पकड़कर, अक्षरों का पहला पाठ तुम पर ही तो दिया था…तुम्हारी […]
प्यारी स्लेट पट्टी, दराज़ में कुछ ढूंढते-ढूंढते अचानक तुम हाथ में आ गईं…बचपन की कितनी यादें आँखों में छा गईं. माँ ने अपने कोमल हाथों से मेरा हाथ पकड़कर, अक्षरों का पहला पाठ तुम पर ही तो दिया था…तुम्हारी […]