Class Wala Love

लव नोट्स उम्र कच्ची थी, मगर प्रीत सच्ची थी. क्लास में बगल की सीट पर बैठते-बैठते वो कब दिल की सीट पर आ बैठी पता ही नहीं चला. वो भी चोरी-चोरी मुझे देखती रहती थी. अब प्यार किया है तो […]

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दोस्तों के साथ किया एक रेल सफ़र, एक गड़बड़ी और ढेर सारा एडवेंचर

[AdSense-A] विवेक भावसार जी है Little Red Box के कू – छुक – छुक कांटेस्ट के winner. पेश है उनकी पुरस्कृत प्रविष्ठी,   वैसे तो रेल से सफ़र करने का मौका मुझे ज़्यादा नहीं मिला है, पर उसमें एक अनुभव […]

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Bachpan Ki Barish

[AdSense-A]     [AdSense-A] प्यारी बचपन की बारिश, खिड़की के बाहर रिमझिम बारिश…हाथ में कॉफ़ी का प्याला…सामने प्लेट से उठती गरमागरम भजियों की खुशबू…रेडियो पर चलता ‘इक लड़की भीगी भागी सी’ गाना…बारिश का मौसम कितना ऑसम होता है ना! उठकर […]

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Koo-chhuk-chhuk Contest Mein Bhag Lijiye Aur Jitiye!!

वो धड़क-धड़क दौड़ता डब्बा… वो रंग-बिरंगे सहयात्री… वो चाय – चाय की अावाज़ें… वो सूटकेस पर ताश की बाज़ियां… हम सबके दिलों में रेल के सफर की अनगिणत यादें बसी हुई है…तो बस उन्हें हरी झंडी दिखाइए और लिख भेजिए […]

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Audio Cassette

प्यारी ऑडियो कैसेट, तुमसे हमारी कितनी सारी म्यूज़िकल यादें जुड़ी हुई हैं. टेप में खुद उल्टा लगकर सीधे, सच्चे गीत सुनाती थीं तुम! नई फिल्म रिलीज़ हुई नहीं कि उसकी कैसेट खरीदने की होड़ लग जाती थी. ड्राइंग रूम की […]

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Lattu

हमारे ब्लॉग के पाठकों ने हमसे अपनी यादें बांटी है. इन्हें हम आपसे साँझा करेंगे ‘आपकी चिट्ठी’ कॉलम में. पहली चिट्ठी श्री विवेक भावसार की जिस पर आप ज़रूर लट़टू हो जायेंगे…. Images courtesy, LifeofWeb , Flixcart, Webindia, Flickr/cc

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Prem Patra

प्यारे प्रेम पत्र, किसी ने भेजा होगा, कोई भेज नहीं पाया होगा, पर प्रेम होने पर प्रेम पत्र शायद सबने ही लिखा होगा…डायरेक्ट बोलने की डेरिंग वैसे कम ही लोगो में होती है. तुम्हारा नाम लेते ही कितनी यादें महक […]

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Ghar Ke Bank

  प्यारे घर के बैंक, बचपन में एक घर के अंदर कितने छोटे-छोटे बैंक हुआ करते थे. हम जब चाहे उनसे पैसे विदड्रॉ कर लिया करते थे. माँ की साड़ी के पल्लू के कोने में तो मानो लक्ष्मीजी का वास […]

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Slate Patti

  प्यारी स्लेट पट्टी, दराज़ में कुछ ढूंढते-ढूंढते अचानक तुम हाथ में आ गईं…बचपन की कितनी यादें आँखों में छा गईं. माँ ने अपने कोमल हाथों से मेरा हाथ पकड़कर, अक्षरों का पहला पाठ तुम पर ही तो दिया था…तुम्हारी […]

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