प्यारी सुराही, बचपन में, पेप्सी, कोक, या फैंटा के रंगीन जाल से दूर, अगर कोई पेय सचमुच तरोताज़ा कर देता था तो वो था सुराही का ठंडा पानी. मिट्टी की वो भीनी-भीनी खुशबु लिए, जैसे ही ठन्डे पानी का […]
प्यारी सुराही, बचपन में, पेप्सी, कोक, या फैंटा के रंगीन जाल से दूर, अगर कोई पेय सचमुच तरोताज़ा कर देता था तो वो था सुराही का ठंडा पानी. मिट्टी की वो भीनी-भीनी खुशबु लिए, जैसे ही ठन्डे पानी का […]